प्रक्रिया का पालन नहीं कर रही एजेंसियां : चोकसी
पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी ने भारतीय जांच एजेंसियों की आलोचना करते हुए कहा आरोप लगाया है कि ये एजेंसियां प्रक्रिया का पालन नहीं कर रही हैं। सीबीआई को लिखे पत्र में चोकसी ने कहा है कि उनकी संपत्तियों, बैंक खाते जब्त करना और भारत स्थित सभी कार्यालयों को बंद कराना हमारे खिलाफ पूर्वग्रह बताता है।
गीतांजलि जेम्स के प्रवर्तक मेहुल चोकसी ने अपनी खराब सेहत व पासपोर्ट निलंबन का हवाला देते हुए कहा है कि उसके लिए भारत लौटना असंभव है। 7 मार्च को लिखे पत्र में चोकसी ने कहा है कि जांच एजेंंसियां पूर्वग्रह से ग्रसित होकर काम कर रही हैं और न्याय प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर रही हैं।
इस घोटाले में पीएनबी और पुलिस ने दो ज्वैलरी समूहों पर आरोप लगाया है कि बैंक के कर्मियों के साथ मिलीभगत के जरिए इन्होंने फर्जी गारंटी का इस्तेमाल करते हुए विदेशी बैंकों से कर्ज हासिल कर लिए। इनमें से एक समूह का नियंत्रण हीरा कारोबारी नीरव मोदी के पास था जबकि दूसरा उनके मामा मेहुल चोकसी के पास।
चोकसी ने लिखा है कि सीबीआई ने उनकी संपत्तियां जब्त कर ली, लेकिन कानून के मुताबिक एजेंसी ने अदालत में सीजर मेमो जमा नहीं कराया है। साथ ही यह भी कहा है कि उन्हें डर है कि अगर वह वापस लौटे तो उनके साथ उचित व्यवहार नहीं होगा और उचित ट्रायल भी नहीं होगा। चोकसी व मोदी दोनों ने आरोपों को खारिज किया है। ये दोनों कहां हैं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। सीबीआई के प्रवक्ता ने चोकसी के पत्र पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की।