चांदी उत्पादन दोगुना करेगी हिंदुस्तान जिंक
भारत की सबसे बड़ी जस्ता और चांदी उत्पादक कंपनी हिंदुस्तान जिंक अपने चांदी उत्पादन को 2017-18 के 556 टन से बढ़ाकर अगले 3-4 वर्षों में 1,000 टन करने की योजना बना रही है। कंपनी ने मंगलवार को घोषणा की कि उसकी चांदी रिफाइनरी को लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन्स (एलबीएमए) द्वारा मान्यता प्रदान की गई है। भारत में यह दर्जा हासिल करने वाली निजी क्षेत्र की यह एकमात्र भारतीय रिफाइनरी है। 16 अप्रैल से हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की इस रिफाइनरी को एलबीएमए द्वारा मान्यता प्रदान की गई है।
सिल्वर इंस्टीट्यूट द्वारा पिछले हफ्ते जारी विश्व रजत सर्वेक्षण 2018 के अनुसार, भारत में 95 प्रतिशत से अधिक मुख्य चांदी का उत्पादन करने वाली हिंदुस्तान जिंक दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी चांदी उत्पादक है। हालांकि, इन शीर्षस्थ 10 कंपनियों में से केवल तीन कंपनियां ही 1,000 टन से अधिक चांदी का उत्पादन करती हैं। कंपनी ने 2016 की रैंकिंग के अपने 18वें स्थान में आठ स्थानों की उछाल भरी है। कंपनी को उम्मीद है कि जब वह 1,000 टन के उत्पादन स्तर का लक्ष्य प्राप्त करेगी, तो उसकी गणना पांच शीर्षस्थ वैश्विक चांदी उत्पादकों में की जाएगी।